बताया गया है कि मुधोल हाउंड नस्ल के स्वान की पहचान दक्षिण भारत से जुड़ी है। यह नाम यहां की मुधोल रियासत के नाम पर रखा गया है। कर्नाटक के बागलकोट नाम की जगह पर मुधोल रियासत के शासकों ने ऐसे श्वानों को पाला था। इनसे शिकार करने और सुरक्षा के कार्यों में मदद ली जाती थी। कई बड़ी खूबियाें के कारण भी इनकी सबसे अधिक मांग थी।
एयरफोर्स को भी दिए गए श्वान
मुधोल हाउंड नस्ल के छह श्वान श्रीनगर में इंडियन आर्मी के लिए दिए गए हैं जबकि एयरफोर्स और आईटीबीपी की सेवाओं के लिए भी इन्हें प्रशिक्षण दिया गया है।
यह है इनका खास भोजन
आटा या चावल, मांस और अंडा, हरी सब्जियां, दूध, डॉग बिस्किट। यह सब निर्धारित मात्रा या श्वान की रुचि के अनुसार दिया जाता है।
आटा या चावल, मांस और अंडा, हरी सब्जियां, दूध, डॉग बिस्किट। यह सब निर्धारित मात्रा या श्वान की रुचि के अनुसार दिया जाता है।